Children’s Day In Hindi 2024
बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरु की जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष 14 नवम्बर को Children Day मनाया जाता है। जवाहरलाल नेहरु भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य थे और उन्होनें अंग्रेजी के खिलाफ लंबे समय तक स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया। पं जवाहरलाल नेहरु बच्चो से बहुत प्रेम करते थे ।
उनके प्रेम के कारण ही बच्चे उन्हें चाचा कहकर पुकारते थे। 1964 में उनकी मृत्यु के पश्चात उनके जन्मदिन को Children Day के रुप में मनाने और उनके सपनों को साकार करने की दिशा में काम करने के लिए संसद में एक अधिकारिक प्रस्ताव पारित किया गया था।
पं जवाहरलाल नेहरु बच्चों की शिक्षा के प्रबल पक्षधर थे उनका मानना था कि बच्चे ही भावी जीवन के राष्ट निर्माता है वे ही अपनी सूझ- बूझ तथा अच्छे कार्ये से एक समृध्द राष्ट का निर्माण करेंगे।
पं जावाहरलाल नेहरु का मानना था कि बच्चों को छोटी उम्र में ही शिक्षा के क्षेत्र ढाला जा सकता है। जिससे वे एक जिम्मेदारी नागरिक बन सके । उनका यह भी मानना था कि एक प्रगतिशील राष्ट का निर्माण करने के लिए बच्चों को सीखने और बढने के पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाने चाहिए ।
बाल दिवस कब मनाया जाता है और क्यों?
Why do celebrate children’s Day
14 नवम्बर को Children Day स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरु के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है यह दिन उनके द्वारा देश के विकास के लिए किए गए कार्यो, स्वतंत्रता में दिए योगदान तथा बच्चों की शिक्षा को
बढ़ावा देने के लिए उनकी याद में मनाया जाता है।
इस दिन देश में सभी सरकारी तथा गैर सरकरी स्कूलो तथा कार्यशालाओ में पं जवाहरलाल नेहरु को भावपूर्ण श्रध्दाजंलि दी जाती है पं जवाहरलाल नेहरु को बच्चों के प्रति अत्यंत सजग थे उनका मानना था कि बच्चों की शिक्षा क् कारण ही देश का विकास सम्भव है इस विषय में कहे गये उनके ये शब्द युगो –युगो तक प्रचलित रहेंगे –
आज के बच्चे कल का भारत बनाएगें , जिस तरह हम उन्हें लाएगें। उससे देश का भविष्य तय होगा ।।
पं जवाहरलाल नेहरु बच्चों की शिक्षा के मजबूत पैरोकार थे।
Children Day मनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकार, देखभाल और शिक्षा के बारे में लोगो जागरुक करना है।
How do celebrate children Day in School –
सभी स्कूलों में Children Day पर सांसकृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें बच्चो के लिए Dance,Poem Speech , Play जैसे कार्यक्रमो का आयोजन किया जाता है कुछ School में बच्चों के इस दिन को खास बनाने के लिए उन्हें Faincy Dress में बुलाया जाता है और बच्चें Faincy Dress पहनकर अपनी प्रतिभा दिखाते है।
वहीं कुछ School में Essay competition और best acting competition आदि भी कराये जाते है जिसमे winner student को award भी दिया जाता है । वहीं Teachers बच्चों को Motivational
speech देकर उन्हें अच्छी शिक्षा ग्रहण रहने की अपने career के प्रति सजग रहने की प्रेरणा देते है और अपना एक लक्ष्य निर्धारित करने की सीख देते है ।
हमारी सबसे बड़ी कमजोरी हार मान लेना है,
सफल होने का सबसे निश्चित तरीका है हमेशा एक बार और प्रयास करना – Thomas Edison
अपने जीवन का एक लक्ष्य निर्धारित करो और सभी विचार को अपने दिमाग से निकाल दो यही सफलता की पूंजी है- Swami Vivekanand
How do celebrate Children Day at home –
Children’s Day घर पर कैसे मनाये –
Children Day सभी बच्चो के लिए एक special दिन होता है और माता- पिता इस दिन को अपने बच्चों के लिए खास बनाने के लिए कुछ planing करते है Parents अपने बच्चों के लिए इस दिन को यादगार बनातें है आज हम आपको कुछ ऐसे ideas देंगे जिससे इस Children Day के अवसर पर आप भी अपने बच्चों को special feel करा सके ।
Children Day पर parents अपने बच्चों को उनकी favourite जगह पर picnic के लिए ले जा सकते है। और उनकी Favourite eatable things chips chocolate ,snacks , pizza आदि चीजें उस picnic को और special तथा यादगार बनाने में उनकी मदद करेगी।
Children Day पर parents अपने बच्चों के साथ किसी Restaurant में जाकर उनके साथ Dinner party भी enjoy कर सकते है।
Children Day पर parents अपने बच्चों के साथ shoping mall भी जा सकते है क्योकि बच्चों को shoping करना काफी पसंद होता है।
Children Day पर parents अपने बच्चों के साथ indoor games भी खेल सकते है इससे parents बच्चों के game intrest को भी पहचान सकते है।
Children Day पर parents home Decorate कर बच्चों के लिए children’s day party भी organize कर सकते है तथा children day के लिए special cake भी तैयार कर सकते है।
बच्चों का अधिकार (Rights of children )
बच्चों के अधिकार की बात की जाये तो सबसे पहले उनकी शिक्षा का अधिकार आता है हमारे देश में प्रत्येक बच्चें को शिक्षा का समान अधिकार प्राप्त है चाहे वह किसी भी category से belong करता है
हमारे देश में सभी बच्चों को 14 साल तक सरकार द्वारा निःशुल्क शिक्षा का अधिकार है किन्तु गरीब और बेरोजगारी के चलते कुछ माता- पिता अपने बच्चों की पूर्ण देखभाल तथा शिक्षा की व्यवस्था नहीं कर पाते और वे अपने बच्चों को बाल मजदूरी करने के लिए प्रेरित करते है।
उन बच्चों को शिक्षा से दूर रहकर अपना बाल श्रमिक के रुप में कार्य करना पड़ता है जबकि यह अमान्य है सरकार द्वारा भी इसे रोकने के लिए कडे नियम बनाये गये है। इस children’s day पर सभी को यह शपथ ग्रहण करनी चाहिए कि –
देश के प्रत्येक बच्चें को शिक्षा दिलाएगें और बाल मजदूरी को देश से दूर भगाएगें।
पंडित जवाहर लाल नेहरु का जीवन परिचय
Biography of Pandit Jawahar lal Nehur
आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के जन्मदिन को ही Children’s day के रुप में मनाया जाता है उनका जन्म 14 नवम्बर 1889 ई0 में उत्तर प्रदेश राज्य के इलाहबाद में हुआ था।
इनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरु था। वे प्रसिद् बैरिस्टर व समाजसेवी थे। इनकी माता का नाम स्वरुपरानी नेहरु था । पंड़ित जवाहरलाल नेहरु एक ब्राह्मण परिवार से belong करते थे।
पंड़ित जवाहरलाल नेहरु जी ने देश विदेश के नामी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त की । इन्होनें हैरो से स्कूल की प्रारम्भिक शिक्षा एवं ट्रिनिटी कॉलेज लन्दन से लॉ की शिक्षा प्राप्त की । इसके बाद कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से कानून शास्त्र में पारंगत हुए । ये 7 वर्ष तक इंग्लैणड में रहे।
नेहर जी बच्चों को बहुत बहुत पसंद करते थे और बच्चे उन्हें चाचा नेहरु करकर बुलाते थे। पंडित जवाहरलाल नेहरु को गुलाब का फूल बहुत पसंद था जिसे वो अपनी जेब में लगाकर रखते थे।
राजनैतिक जीवन एवं उपलब्धियाँ –
नेहरु जी एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे देश को आजाद कराने के लिए नेहरु जी ने महात्मा गाँधी का साथ दिया । 1912 में नेहरु जी भारत लौटकर इलाहबाद हाईकोर्ट में बेरिस्टर के रुप में कार्यरत हुए। 1917 में वे होम –रुल –लीग से जुडे गए ।
1919 में गाँधी जी के सम्पर्क में आकर उन्होने राजनीति में कदम रखा। 1919 में रॉलेट एक्ट अधिनियम के खिलाफ भी उन्होनें महात्मा गाँधी का सहयोग किया। नेहरु जी गाँधी जी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन से बहुत प्रभावित थे।
1926 में नेहरु जी ने बेरिस्टर पद से इस्तीफा दे दिया । 1926-28 तक नेहरु जी अखिल भारतीय कांग्रेस के महा सचिव बने।
1929 में कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन लाहौर में किया गया । इसमे सभी ने एकमत होकर पूर्ण स्वराज की मांग का प्रस्ताव पारित किया। 1930 में गाँधी जी का सविनय अवज्ञा आंदोलन सफल हुआ।
1935 में जब ब्रिटिश सरकार ने भारत अधिनियम का प्रस्ताव पारित किया तब काँग्रेस ने चुनाव लड़ने का फैसला किया। कॉग्रेस ने हर प्रदेश में सरकार बनाई और 1936-37 में नेहरु जी को कॉग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया ।
सन् 1947 में स्वतंत्र के पश्चात गाँधी जी के आग्रह पर जवाहरलाल नेहरु को भारत का प्रथम प्रधानमंत्री किया गया। 1955 में नेहरु जी को देश के सर्वोच्च भारत रत्न पर हमला कर दिया जिसमें नेहरु जी को अत्यंत आघात पहुँचा । 27 मई 1964 को दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई ।
Children’s Day Quotes in Hindi –
एक बचपन का जमाना था जब खुशियों का खजाना था। चाहत होती थी चॉद पाने की पर दिल तो रंग
बिरंगी तितली का दिवाना था।
माँकी कहानी थी ,
परियोंका फसाना था
बारिशमें कागज की नाव थी
बचपन का हर मौसम सुहाना था ।
दुनिया का सबसे सच्चा समय
दुनिया का सबसे अच्छा दिन
दुनिया का सबसे हसीन पल
सिर्फ बचपन में ही मिलता है।
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