world Aids Day 2023
World Aids Day 2023

Empowering Change: World AIDS Day 2023 – Unveiling Progress, Spreading Awareness, and Fostering Hope | जगह बदल रही है, जीवन बदल रहा है: विश्व एड्स दिवस- एक सामूहिक आंदोलन

World AIDS Day 2023 | विश्व एड्स दिवस

आप सभी का फिर से स्वागत है हमारे इस प्लेटफार्म पर और Dear Readers/Visitors ,  जैसे कि आप सभी जानते हैं हमारा यह पोर्टल Health से रिलेटेड है, और हम यहां पर Health and Wellness से संबंधित विभिन्न प्रकार के टॉपिक को लेकर पोस्ट करते हैं हमारी पूरी टीम रिसर्च ओरिएंटेड आर्टिकल्स और इनफॉरमेशन आपके लिए लेकर आती है, इसी क्रम को जारी रखते हुए , आज का विषय है आगामी 1 दिसंबर को आने वाला World AIDS Day 2023 / विश्व एड्स दिवस । 

Content In Short

Author

Article By – Miss. Jahanvi  From Bijnor UP.

AIDS पर हम आप लोगों को कुछ ऐसे Interesting Facts  और एड्स की उत्पत्ति कब  हुई? , इसके क्या लक्षण है? और इसके प्रति  हमें कैसे सजग रहना चाहिए?  और यह कितनी घातक हो सकती है?  इसकी हिस्ट्री से लेकर ज्योग्राफी तक हर संभव जानकारी  आप लोगों के साथ साझा कर रहे हैं।

Be aware about HIV Aids
Be aware about HIV Aids

Origin and Discovery of HIV AIDS

एचआईवी की उत्पत्ति – Origin of HIV: माना जाता है कि एचआईवी (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) की उत्पत्ति मध्य अफ्रीका में एक प्रकार के चिंपैंजी से हुई है। मनुष्यों में संक्रमण संभवतः तब हुआ जब मनुष्य मांस के लिए इन चिंपैंजी का शिकार करते थे।

एड्स की खोज -Discovery of AIDS: एड्स (Human Immunodeficiency Virus) को पहली बार 1980 के दशक की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका में पहचाना गया था। शुरुआत में इसकी पहचान लॉस एंजिल्स में समलैंगिक पुरुषों के एक समूह के बीच की गई थी।

विश्व एड्स दिवस कब और क्यों मनाया जाता है ? 

विश्व एड्स दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है इसकी शुरुआत वर्ष 1988 में WHO द्वार की गई थी, विश्व एड्स दिवस का उदेश्य एचआईवी (HIV) के संक्रमण के प्रसार को रोकना, इस  बिमारी के प्रति जागरूक करना , तथा इस बिमारी से हुई मौत का शोक मनाना है, जिसका अभी तक कोई निश्चित इलाज नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों ने एचआईवी से बचने के लिए कुछ उपाय बताए और रोगी के लिए कुछ दवाइयाँ हैं जिनसे HIV की जटिलताओ को कम किया जा सकता है।
Unite together Against HIV Aids
Unite together Against HIV Aids

विश्व एड्स दिवस 1 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है?

1997 में, विश्व एड्स अभियान के दौरान संचार, रोकथाम और शिक्षा के क्षेत्र में काम करना शुरू हुआ । विश्व एड्स दिवस 1 दिसंबर 1988 को माना गया । सैन फ्रांसिस्को के एक पूर्व टेलीविजन और समाचार एंकर बून ने 1 दिसंबर की तारीख तय करने का सुझाव दिया क्योंकि उनका मानना था कि पश्चिमी मीडिया विश्व एड्स दिवस के बारे में ज्यादा से ज्यादा कवरेज कर सकती थी क्योंकि यह समय अमेरिकी चुनावों के बाद और क्रिसमस की छुट्टियों से काफी पहले आता है।

World AIDS Day Theme 2023

विश्व एड्स दिवस 2023  की थीम क्या है?

प्रत्येक वर्ष World AIDS Day पर एक थीम रखी जाती है इस वर्ष 2023 की थीम है- “Remember And Commit” जिसका आशय है “याद रखें और प्रतिबद्ध रहें”।

History of World AIDS Day

विश्व एड्स दिवस की शुरुआत कैसे हुई ? 

पहले यह माना जाता था कि एड्स सिर्फ बच्चों और युवाओं को ही हो सकता है लेकिन बाद में पता चला यह संक्रमण किसी को और किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है वर्ष 1996 में संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक स्तर पर HIV AIDS के प्रति जागरूकता को लेकर प्रचार प्रसार का कार्य किया इसके बाद वर्ष 1997 में वर्ल्ड एड्स अभियान की मदद से एचआईवी संचार, रोकथाम और शिक्षा पर कार्य किया गया।

What is HIV-AIDS? | एचआईवी एड्स क्या है ? 

एड्स (AIDS) की फुल फॉर्म (Acquired Immune Deficiency Syndrome)  और  एचआईवी (HIV)  की  Human Immunodeficiency Virus है। यदि यह  HIV  हमारे शरीर में प्रवेश करता है, तो यह हमारे पूरे शरीर की इम्युनिटी को प्रभावित करता है और जो इम्यूनिटी सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिसके कारण कहीं अन्य बैक्टीरिया या वायरस भी हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और हम कई गंभीर बीमारियों में फंसते चले जाते हैं।

HIV Aids
HIV Aids

एचआईवी एड्स पूरे शरीर की इम्युनिटी को कैसे प्रभावित करता है?

HIV हमारे शरीर में प्रवेश करके WBC डब्ल्यूबीसी के LYMPHOCYTES की TH / T-HELPER CELL  पर  अटैक करता है, उसके कुछ समय बाद  CD4 सेल्स को नष्ट कर देता है, (CD4 सेल्स वें सेल्स पर होती हैं जो TH सेल्स पर होती है), और TH CELLS पर अटैक से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमा इतनी कम हो जाती है कि शरीर किसी अन्य संक्रमण से लड़ने में अक्षम हो जाता है।

इसी कारण से HIV को इतना घातक माना जाता है । एक स्वास्थ्य व्यक्ति में CD4 CELLS की संख्या 500 से 1600 के बीच होती है, परंतु एचआईवी संक्रमण व्यक्ति में 200 से कम हो सकती  हैं अगर किसी व्यक्ति के शरीर में यह वायरस एक बार प्रवेश कर जाए तो इसे पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता।

पहला एचआईवी कहा मिला | History Of HIV?

पहली बार 19वीं शताब्दी में अफ़्रीकी चिंपांज़ी (जो बंदरों की एक खास प्रजाती है)  में मिला कुछ वैज्ञानिकों का कहना है, कि अफ़्रीका के लोग बंदरों का माँस खाते थे, और यह भी माना है उन्होंने  चिंपांज़ी /बंदरों  के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए जिसके करण यह वायरस बंदर से इंसान में प्रवेश कर गया, 1959 में कांगो में एक बीमार व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके रक्त के नमूने से पहला एचआईवी मिला था। 

HIV-AIDS का प्रसार और फैलाव के कारण ? 

एचआईवी एड्स  के कई स्त्रोतों के मध्यम से फैल  सकता है –

  • संस्कारित व्यक्ति के शरीर से निकलने वाले द्रव्य के संपर्क में स्वस्थ व्यक्ति के जाने से।
  • रक्त संचरण के मध्यम से ।
  • संक्रमण व्यक्ति का इंजेक्शन-सुई साझा करने से।
  •  संक्रमित व्यक्ति के दाढ़ी, शैविंग करने वाले ब्लैड के उपयोग करने से ।
  • असुरक्षित  योन संबंध बनाने से ।
  • गर्भवस्था के समय संक्रमित माँ से नवजात शिशु, (हालंकी, गर्वधारण से पहले यह ज्ञात हो की माँ संक्रमित है तो बच्चे को बचाया जा सकता है।)
  • Seman, Vaginal Fluid, Anal Fluid, or Lactating Mother Milk के द्वारा भी ।
  • संक्रमित व्यक्ति का ब्लड किसी भी माध्यम से किसी स्वस्थ व्यक्ति मे जाता है तो संभवना है जी HIV ट्रांसफर हो जाए , यह परिस्थित पर निर्भर करता है हर बार ऐसा हो यह भी संभव नहीं है।

Note – यह साधारण संपर्क से नहीं फैलता । यह हवा, पानी या कीड़े के काटने से भी नहीं फैलता ।

HIV AIDS के लक्षण  – एचआईवी होने पर सबसे पहले क्या होता है?

ज्यादातर HIV AIDS मामलों मे कम समय के लिए फ्लू जैसे लक्षण दिखते है। यह संक्रमण के 2 से 6 सप्ताह बाद दिखते है। उसके बाद यह भी हो सकता है यह कई वर्षों तक न दिखे। 80% मे फ्लू जैसे लक्षण मिलते है। जैसे – ठंड लगना , बुखार, मांसपेशियों मे दर्द , ग्रंथियों मे सूजन ।

  • जॉइन्ट पैन
  • गले मे खरास
  • रात को पसीना आना ।
  • शरीर पर चकते होना आदि।

Some Interesting Facts About HIV AIDS

एचआईवी एड्स से संबंधित रोचक तथ्य। 

  • Global Impact of HIv Aids – महामारी की शुरुआत के बाद से, 75 मिलियन से अधिक लोग एचआईवी से संक्रमित हो चुके हैं, और लगभग 32 मिलियन लोग एड्स से संबंधित बीमारियों से मर चुके हैं।

 

  • संचरण के तरीके : Modes of Transmission-  एचआईवी मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संबंध, नशीली दवाओं के उपयोगकर्ताओं के बीच सुइयों को साझा करने और एक संक्रमित मां से उसके बच्चे में प्रसव या स्तनपान के दौरान फैलता है।

 

  • मिथक और भ्रांतियाँ : Myths and Misconceptions- एचआईवी/एड्स के बारे में कई मिथक और भ्रांतियाँ हैं। एक आम मिथक यह है कि वायरस आकस्मिक संपर्क जैसे गले मिलने या हाथ मिलाने से फैल सकता है, जो सच नहीं है।

 

  • एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (एआरटी): Antiretroviral Therapy (ART)- एआरटी एचआईवी संक्रमण के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं का एक संयोजन है। यह एक बड़ी प्रगति रही है, जिससे एचआईवी से पीड़ित लोगों को लंबा और स्वस्थ जीवन जीने की अनुमति मिली है।

 

  • रोकथाम के तरीके: Prevention Methods- दवा के अलावा, रोकथाम के तरीकों में कंडोम का उपयोग, प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस (पीआरईपी), और सुरक्षित प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं।

 

  • कलंक और भेदभाव: Stigma and Discrimination- एचआईवी/एड्स को समझने और इलाज में प्रगति के बावजूद, प्रभावित लोगों के खिलाफ कलंक और भेदभाव अभी भी जारी है, जिससे रोकथाम और उपचार के प्रयासों में बाधा आ रही है।

 

  • जागरूकता दिवस: Awareness Days-  विश्व एड्स दिवस प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाता है। यह एचआईवी से पीड़ित लोगों के प्रति समर्थन दिखाने, मरने वालों को याद करने और वायरस के वैश्विक प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक अवसर है।

 

  • चल रहे शोध: Ongoing Research- वैज्ञानिक और शोधकर्ता एचआईवी का इलाज खोजने की दिशा में काम करना जारी रखते हैं। हालाँकि अभी तक कोई इलाज नहीं है, लेकिन चल रहे शोध से वायरस के बेहतर उपचार और समझ में मदद मिली है।

 

About Ms Knowledge Hub

This is Dharmendra Chaudhary (Monu Sir) founder of Ms Knowledge Hub!We are a team of Content creators on various topics like Health and Wellness, Natural Health Supplements, Nutrition, Fitness, Disease and Cure, Network Marketing or Direct Selling, Vestige Products, and trending events or news. come with us. join our platform.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *